🌺साहित्य सिंधु🌺
हमारा साहित्य,हमारी संस्कृति
गद्य रचना:
(लेखक की आत्मानुभूति)
******************************
जीवन पहले से ही तैयार की हुई एक पुस्तक है। जिसका हर एक पृष्ठ प्रतिदिन क्रमानुसार खुलता है और हमारे जीवन में एक नया अध्याय जुड़ता रहता है।
हां, वैकल्पिक तौर पर इस पुस्तक में जीवन रूपी कुछ खाली पृष्ठ भी संलग्न किए गए हैं जिनमें हम अपने कर्मों की लेखनी द्वारा नए अध्यायों को समाविष्ट करते हैं और अंततः हमें सुख या दुख का अधिकारी बनना पड़ता है।
' धर्मेंद्र कुमार शर्मा '
No comments:
Post a Comment