Monday, November 04, 2019

'मेरी मां'


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बाल कविता
शीर्षक-'मेरी मां'

भोली-भाली मेरी मां,
प्यारी-प्यारी मेरी मां
दूध-मलाई मुझको देती,
 जग में न्यारी मेरी मां।

कान पकड़कर मुझे सिखाती,
उठ बैठ भी कभी कराती
भले-बुरे का भेद बताकर,
ज्ञान दिलाती मेरी मां।
        
                      'शर्मा धर्मेंद्र ''

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